-
1660
छात्र -
1446
छात्राएं -
103
कर्मचारीशैक्षिक: 128
गैर-शैक्षिक: 153
ताज़ा खबर
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।
विद्यालय के बारे में
उत्पत्ति
ग्रोथ का महत्वपूर्ण माइलस्टोन इस विद्यालय ने 500 छात्रों के नामांकन के साथ 3 खंड विद्यालय के रूप में शुरू किया। 2004 में स्कूल ने दूसरी पाली शुरू की।
2 पारियों की कुल ताकत लगभग 4500 है केवी की उत्पत्ति 16 जनवरी 1967 को लेफ्टिनेंट जनरल हरबक्श सिंह द्वारा आधारशिला रखी गई। 8 सितंबर 1968 को स्कूल भवन का उद्घाटन मेजर जनरल एस के कोरला द्वारा किया गया था।
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
शिक्षा के एक आम कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और पैरा-सैन्य कर्मियों सहित हस्तांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए; उत्कृष्टता का पीछा करने और स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में गति निर्धारित करने के लिए; केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की राष्ट्रीय संस्था जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवीनता को शुरू करने और बढ़ावा देने के लिए।
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
शिक्षा के एक आम कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और पैरा-सैन्य कर्मियों सहित हस्तांतरणीय केंद्र सरकार के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए; उत्कृष्टता का पीछा करने और स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में गति निर्धारित करने के लिए
संदेश
आयुक्त, निधि पांडे, आईआईएस
शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर समस्त शिक्षक समुदाय को हार्दिकबधाई और शुभकामनाएं!
आज, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती के अवसर पर केंद्रीय विद्यालय संगठन देश के सभी शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करता है। यह आपका अथक समर्पण और अटूट प्रतिबद्धता है, जो देश की भावी पीढ़ी को आकार दे रही है, उनमें ज्ञान, चरित्र और जीवन मूल्यों का संवर्धन कर रही है।
सरदार सिंह चौहान
उप आयुक्त
तत्कर्म यन्न बंधाय सा विद्या या विमुक्तये। आयासायापरम कर्म विद्यान्या शिल्पनैपुणम।। – श्री विष्णुपुराण अर्थात जो बंधन उत्पन्न न करे वह कर्म है और जो मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करे वह विद्या है। शेष कर्म परिश्रम स्वरूप है तथा अन्य विद्यायें तो मात्र कला कौशल ही है। भारतीय ऋषि-मुनियों व मनीषियों ने ज्ञान (विद्या) को मनुष्य की मुक्ति का साधन कहा है। मनुष्य को भय, भूख, दुर्विकार , दुष्प्रवृत्तियाँ, दुराचरण, निर्बलता, दीनता व हीनता, रोग, शोक इत्यादि से मुक्ति की अभिलाषा अनंतकाल से है। श्रीविष्णुपुराण का उपरोक्त महावाक्य हमें यही संदेश देता है कि मनुष्य को ज्ञान के द्वारा अपने समस्त क्लेशों से मुक्ति पाने का पुरुषार्थ करना चाहिए । विद्या त्याग और तपस्या का सुफल होती है इसलिए ज्ञान की उपलब्धि सदैव श्रमसाध्य है। आइये, हम सभी अनुशासित होकर, समर्पित भाव से समस्त उपलब्ध साधनों का मर्यादापूर्वक उपभोग करते हुए ज्ञानार्जन का सद्प्रयास करें। अपनी दिनचर्या में उचित आहार, विहार और विचार का समावेश करते हुए व्यक्ति के रूप में प्रकृति प्रदत्त अनंत संभावनाओं को ज्ञान की पवित्र ऊर्जा के आलोक में पल्लवित व पुष्पित करें। हम सभी कृष्ण यजुर्वेद के तैत्रीय उपनिषद के इस सूत्र का प्रतिदिन अपने विद्यालयों में प्रात:कालीन प्रार्थना सभा में सस्वरपाठ करते हैं:- ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यम करवावहै। तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै, ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। आइये, इस सूत्र में छुपे महान संदेश को समझें और अपने जीवन में आत्मसात कर अपना नित्य कर्म करें । मैं, दिल्ली संभाग के समस्त अधिकारीयों, प्राचार्यों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, व कार्मिकों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ और सभी के लिए सफल व सुखद भविष्य की कामना करता हूँ । (Sardar Singh Chauhan )
और पढ़ेंडॉ सुमन लता
प्राचार्य
आपमें से एक के रूप में, मैं हमारे सामने आने वाले सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य को समझता हूं और उसकी सराहना करता हूं। एक बच्चे के भाग्य को आकार देना हममें से प्रत्येक के लिए बहुत गर्व की बात है। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति में दोहरे सामंजस्य की स्थापना करना है - अपने स्वयं के भीतर सद्भाव और दुनिया में अन्य जीवित प्राणियों के साथ सद्भाव। इसलिए हमारा लक्ष्य हमेशा पाठ्यचर्या और सह-शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व संवर्धन रहा है। शिक्षण एक कैरियर या पेशे से कहीं अधिक है। यह (शिक्षण) एक बच्चे को एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में ढालने और आकार देने की सबसे कठिन जिम्मेदारी है। मुझे यकीन है कि मेरे छात्र समाज के उत्पादक, बुद्धिमान और ईमानदार नागरिक बनेंगे। वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए माता-पिता की सक्रिय भागीदारी और सहयोग अत्यंत आवश्यक होगा। हम उत्कृष्टता के नए आयाम तलाशने के लिए पूरे जोश के साथ प्रयास करते हैं ताकि हमारे छात्र आत्म-संयमी बन सकें और प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में शानदार प्रदर्शन कर सकें। डॉ. सुमन लता
और पढ़ेंअद्यतनीकरण
- नये केन्द्रीय विद्यालय खुलने के संबंध में।
- वरिष्ठ सचिवालय सहायक (SSA) से सहायक अनुभाग अधिकारी (ASO) पद पर पदोन्नति के संबंध में कार्यालय आदेश।
- स्टेनो ग्रेड-II से स्टेनो ग्रेड-I पद पर पदोन्नति के संबंध में कार्यालय आदेश।
- केन्द्रीय स्वायत निकायों (सीएबीएस)के लिए पेंशन फंड का चयन और एनपीएस के टियर I में निवेश” के संबंध में पीएफ़आरडीए परिपत्र को अपनाना ।
- के.वि.सं के लेखा संहिता के अनुच्छेद 161 (2) (i) में संशोधन – केन्द्रीय विद्यालय संगठन के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन के संवितरण के संबंध में ।
- BoG की 126वीं बैठक के अनुसार ZIETs के प्रशिक्षण सहयोगियों के कार्यकाल के संबंध में।
- वर्ष 2024-2027 हेतु के.वि. काठमांडू, के.वि.मॉस्को और के.वि. तेहरान में कर्मचारियों की तैनाती के संदर्भ में ।
- शाला ध्वनि (अप्रैल-जून 2024)
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन में विभिन्न वस्तुओं/सेवाओं की खरीद के लिए GeM बोलियों में खरीदारों के अतिरिक्त नियमों और शर्तों (एटीसी) में GeM अस्वीकरण खंड का अनुपालन सुनिश्चित करने के संबंध में।
- केन्द्रीय विद्यालयों एवं क्षेत्रीय कार्यालयों में कर्मचारियों के व्यक्तिगत दावों ( बाल शिक्षण भत्ता/ यात्रा भत्ता / दैनिक भत्ता / चिकित्सा / पेंशन लाभ ) इत्यादि का समय से भुगतान करने के संबंध में ।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर भारत के माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का संदेश।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संदेश।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान का संदेश।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर माननीय शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी का संदेश।
- शिक्षक दिवस पर आयुक्त का संदेश
- वर्ष 2019 से 2023 के मुख्य पैनल से सीमित विभागीय परीक्षा द्वारा प्राथमिक अध्यापक से मुख्य अध्यापक के पदोन्नति हेतु रीड्रान पैनल
- कार्यालय आदेश - चयनित वेतनमान 2023(स्नातकोत्तर शिक्षक)
- राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का लिंक (अंतिम तिथि 15.7.2024)
चीजों का अन्वेषण करें
उपलब्धियाँ
शिक्षक
विद्यार्थी
नवप्रवर्तन
कृषि प्रयोगशाला और किचन गार्डन
03/09/2023
केन्द्रीय विद्यालय के दो शिक्षकों को "राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2023" के लिए चुना गया
और पढ़ेंश्रेष्ठ विद्यालय टॉपर्स
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दसवीं और बारहवीं कक्षा
10वीं कक्षा
12वीं कक्षा
हमारे शिक्षकों/कर्मचारियों से मिलें
वर्ष 2023-24
शामिल 220 उतीर्ण 220
वर्ष 2022-23
शामिल 234 उतीर्ण 229
वर्ष 2021-22
शामिल 256 उतीर्ण 229
वर्ष 2020-21
शामिल 276 उतीर्ण 276
वर्ष 2023-24
शामिल 222 Passed 220
वर्ष 2022-23
शामिल 293 उतीर्ण 264
वर्ष 2021-22
शामिल 257 उतीर्ण 252
वर्ष 2020-21
शामिल 288 उतीर्ण 288